थर्मोबेरिक हथियार क्या हैं ,Thermobaric weopen upsc, वैक्युम बम ,प्रयोग , कैसे काम करता है , प्रयोग करने के कारण, बनाने वाले देश
थर्मोबेरिक हथियार (Thermobaric weopen ) परंपरागत हथियारों की तुलना में बहुत खातरनाक तथा व्यापक विनाश करने वाले हथियार होते हैं। रूस-यूक्रेन संघर्ष में यूक्रेन द्वारा रूस पर थर्मोबेरिक हथियारों के प्रयोग करने का आरोप लगाया गया।
थर्मोबेरिक हथियार दशकों पूर्व से निर्मित किए जा चुके हैं तथा रूस और अमेरिका ने पूर्व के युद्धों में इनका प्रयोग भी किया है ।
थर्मोबेरिक हथियार क्या हैं what are thermobaric weopens
इन हथियारों में एक विस्फोटक मिश्रण पाउडर के रूप में भरा होता है जिसमें एलुमिनियम, मैग्नीशियम या कार्बनिक पदार्थ प्रमुख रूप से होता है । यह मिश्रण प्रज्वलित होकर एक जबरदस्त विस्फोट के रूप में फैल जाता है ।
यह उच्च तापमान में विस्फोट करने हेतु आसपास की वायु से ऑक्सीजन का प्रयोग करता है तथा एयरवैक्यूम क्रिएट कर देता है।
इसे FAE-fuel air explosive , एरोसोल बम या वैक्यूम बम के रूप में भी जाना जाता है।
इसका प्रयोग सैनिक द्वारा हैंड हेल्ड लॉन्चर से, टैंक माउंटेड लॉन्चर से या रॉकेट के रूप में या विमान से गिराकर कियाजा सकता है ।
हथियार | थर्मोबेरिक हथियार |
प्रकार | बम , रॉकेट |
निर्माता | यू एस ए , रूस |
प्रयोग | अफगानिस्तान , सीरिया में |
थर्मोबेरिक हथियार कैसे काम करता है
हथियार अपने लक्ष्य पर पहुंचते ही विस्फोट के रूप में सबसे पहले थर्मोबेरिक मिश्रण को धुंए के बादल के रूप में फैला देता है, जो बड़े क्षेत्र में फैल जाता है।
कुछ मिली सेकंड में दूसरा विस्फोट धुएँ के बादल के रूप में फैले ऑक्सीडेंट में होता है, जो इसे भीषण आग के गोले में बदल देता है और इस धुएं के बादल में जबरदस्त विस्फोट होते हैं।
यह भीषण विस्फोट आसपास के भवनों निर्मित ढांचों के भीतर तक घुस जाता है, तथा आसपास की ऑक्सीजन को शोक लेता है और पूरे क्षेत्र में वैक्यूम प्रभाव पैदा हो जाता है जो इसे अत्यधिक विनाशकारी बना देता है।
थर्मोबेरिक बमों के प्रयोग के कारण why thermobaric bombs are used
- किसी क्षेत्र में बहुत अधिक विनाश करने के लिए।
- युद्ध या संघर्ष को जल्दी खत्म करने के लिए।
- किसी संरचना इमारत या बिल्डिंग के भीतर तक हमला करने के लिए।
- घुसपैठियों, आतंकवादियों आदि के सुरंगों या गुफाओं में स्थित ठिकानों को नष्ट करने के लिए।
थर्मोबेरिक हथियारों के पूर्व में हुए प्रयोग
यूएस आर्मी वार कॉलेज द्वारा 2018 में लिखित एक रिपोर्ट के अनुसार रूस ने 2014 में यूक्रेन में सैन्य बलों के ऊपर थर्मोबेरिक हथियारों का प्रयोग किया था ।
अमेरिका ने 2002 में अफगानिस्तान में थर्मोबेरिक बमों का प्रयोग गुफा क्षेत्र में छिपे हुए अलकायदा और तालिबान के लड़ाकों को खत्म करने के लिए किया था।
अंतराष्ट्रीय कानून
अंतराष्ट्रीय कानूनों के अनुसार इन हथियारों का प्रयोग स्पष्ट रूप से प्रतिबंधित नहीं है । फिर भी सार्वजनिक क्षेत्रों , स्कूलों, अस्पतालों, नागरिक क्षेत्रों में इनके प्रयोग के विरुद्ध हेग सम्मेलनों (1899 और 1907) के प्रोटोकॉल के तहत कार्रवाई की जा सकती है ।
हाल के वर्षों में वैश्विक तनाव के बढ़ने जैसे – यूक्रेन-रुस, भारत-चीन , भारत-पाक , चीन-ताइवान, आदि । से घातक थर्मोबेरिक हथियारों के निर्माण और प्रयोग की संभावनाएं कहीं ज्यादा बढ़ गयी हैं। वहीं अगर रूस-अमेरिका जैसे महाशक्तियों के बीच युद्ध होता है तो अवश्य ही एसे हथियारों का प्रयोग बढ़ेगा । अगर ऐसा होता है तो यह निश्चित ही सबके लिए विनाशकारी कदम होगा । संयुक्त राष्ट्र जैसे वैश्विक संगठनों को चाहिए कि इनके रोकथाम की दिशा में प्रभावी कदम उठाए जाएँ।
FAQs
1.क्या यूक्रेन के पास भी थर्मोबेरिक हथियार हैं
उपलब्ध सूचना के अनुसार अमेरिका , रूस और चीन ने ऐसे हथियार विकसित किए हैं ।
2.क्या यूक्रेन के पास भी परमाणु बम हैं
नहीं
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